Wednesday 23 November 2016

मोदी जी हम बहुत शर्मिंदा हैं क्योंकि


आप की भतीजी यानि आपके छोटे भाई प्रह्लाद मोदी की बेटी 41 वर्ष की उम्र में दिल की बीमारी से मर गई. वो अपनी जीविका चलाने के लिए कपड़े सिलने का काम करती थी.
        मोदी जी आप को शर्म आनी चाहिए कि आपने अपने परिवार और अपने भाईयों को अपनी कैबिनेट में या राजनीति में लाने का ज़रा भी प्रयास नहीं किया 
       आप को इस बात के लिए भी शर्म आनी चाहिए कि आप के भाई साधारण नागरिक का जीवन जी रहे हैं और आप की भतीजी गरीबी में मर गई.
      मोदी जी आप को शासन चलाने की कला मुलायम सिंह से सीखनी चाहिए.

      सेफई के उसके परिवार के करीब 36 सदस्य आज उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख के पदों पर सुशोभित हैं.

      मुलायम सिंह जिन्हें दो वक़्त की रोटी भी मुश्किल से नसीब होती थी आज करोडपति ही  नहीं अरबपति हैं. 
         तीस वर्ष पहले बहन मायावती (BMW) का पूरा परिवार दिल्ली में एक कमरे में रहा करता था. आज मायावती के भाई का बंगला सुन्दरता में ताज महल को भी मात दे रहा है.
        देवगोडा अपने पोते को 100 करोड़ की बहु भाषाई फिल्म में बतौर सुपर हीरो उतार रहे हैं. कर्नाटक के हासन जिले में आधी से ज्यादा खेती की ज़मीन देवगोडा परिवार की है.
        कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का बेटा सरकारी अस्पताल में मुख्य चिकित्सक है. छोटा पुत्र जिसका अभी हाल में निधन हुआ है, उसका ब्रुसेल्स में बड़ा कारोबार है और उसके बच्चे जर्मनी में पढ़ रहे हैं 
         सोनिया का दामाद जो कि मुरादाबाद में पुराने पीतल के आइटम बेचा करता था, आज पांच सितारा होटल का मालिक है, उसका शिमला में एक महल है और लक्ज़री कारों का मालिक है जबकि आप की माँ आज भी ऑटोरिक्शा में चलती है और आप के भाई ब्लू कॉलर जॉब यानि मेहनत मजदूरी कर रहे हैं.
        आप की एक भतीजी शिक्षामित्र है (आप उसे टीचर की नौकरी भी नहीं दिलवा पाए) और दूसरी कपडे सिलती है तथा ट्यूशन पढ़ा कर अपनी जीविका चला रही है 
        मोदी जी देश बहुत शर्मिंदा है कि आप प्रधानमंत्री होते हुए भी अपने भाईयों को MLA या MP का टिकट नहीं दिलवा पाए. 
        आप चाहते तो अपनी बहनों को राज्य सभा में MP बनवा सकते थे और आप के जीजा जिला  स्तर के चुनाव लड़ कर ब्लॉक प्रमुख तो बन ही सकते थे. आप सीखने में बहुत सुस्त हैं.
        15 वर्ष तक गुजरात में और प्रधानमंत्री का आधा कार्यकाल दिल्ली में बिताने के बाद भी आप लालू, मुलायम, सोनिया गाँधी, बहन मायावती से कुछ भी नहीं सीखे और अपनी रसोई का खर्च भी खुद वहन कर रहे हैं.
यह अवश्य ही समकालीन भारतीय राजनीति नहीं है.🇮🇳
परंतु मैं आपको salute करता हूँ और मुझे गर्व है कि आप हमारे देश भारत के प्रधानमंत्री हैं।

Tuesday 22 November 2016

भारत दर्शनीय स्थल

भारत देश में दर्शनीय स्थलों की कोई कमी नहीं है, अगर हम दिल्ली से शुरू करे तो दिल्ली में ही हमे बहुत सारी दर्शनीय इमारते और सांस्कृतिक धरोहर मिल जाएगी जिनमे से सबसे पहले शुरू करते है  क़ुतुब मीनार से, इसका निर्माण सबसे पहले क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने  करबाया था पर वो एक दिन पोलो खेलते हुए मर गया और बची हुयी मीनार का निर्माण उसके उत्तराधिकारी ने करबाया था, इसके बाद हुमायु का मकबरा, लाल किला, जामा मस्जिद, कमल मंदिर और भी कई मंदिर है जिम इश्कन मंदिर, बिड़ला मंदिर  इत्यादि है. ये अब दिल्ली के दर्शनीय स्थल है।

अब हम दिल्ली से थोड़ा निकल कर अगर आगरा आ जाये तो यहाँ भी हमको ताज महल और लाल किला मिलेगा, पर दिल्ली के और यहाँ के लाल किले में जो फर्क है वो ये है की यहाँ का लाल किला अकबर ने बनवाया है और दिल्ली का शाहजहां ने, इसके बाद फतेहपुर सीकरी का बुलंद दरवाजा नही अनूठा है, ये उत्तर प्रदेश के दर्शनीय स्थल है।

अब थोड़ा राजस्थान की तरफ चलते है, तो यहाँ पर भी हमे हवा महल,  जल महल, आमेर का किला, आमेर का महल, भानगढ़ की हवेली, रणथंभोर के महल और किले, बहुत सरे वन्य जीव अभ्यारण्य इत्यादि है, राजस्थान में कई नगर ही ऐसे है जिनको देखने का अलग आनंद है, इनमे जयपुर उदयपुर जोधपुर अलवर आमेर अजमेर भरतपुर इत्यादि प्रमुख है, ये सब तो थे राजस्थान के दर्शनीय स्थल

सब थोड़ा मध्यप्रदेश की तरफ चलते है, मध्यप्रदेश में शुरू करते है ग्वालियर से यहाँ पर किला है, जो मानसिंह का किला कहा जाता है, गुजरी महल है, सूर्य मंदिर है, सिंधिया महल है, और भी कई दर्शनीय स्थल है, इसके बाद हम भोपाल चलते है जहां पर वो सबसे बड़ा तालाब है या कहो की ताल है जिसके कारन इस नगर को भोपाल कहते है, इसके अलाबा जवलपुर है, मंदसौर है जहां की कहानी अभी हाल की फिल्म बाहुबली में दिखाई  थी. ये तो थे मध्यप्रदेश के दर्शनीय स्थल

अब थोड़ा पहाड़ी क्षेत्र में भी चलते है, मतलब उत्तरांचल, उत्तरांचल को राजनितिक कारणों से त्तराखंड कहते है पर उत्तरांचल कहते है पुरे शरीर में एक अजीब सी ठंडक आ जाती है, यहाँ प्रमुख दार्नीय जिले है नैनीताल, हरिद्वार, ऋषिकेश रानीखेत, मंसूरी इत्यादि, हरिद्वार और ऋषिकेश की गंगा आरती का एक अलग ही महत्त्व है, प्रतिदिन लाखो लोग यहाँ पर दर्शनों के लिए आते है, ये सब उत्तराखण्ड के दर्शनीय स्थल है।