Tuesday 22 November 2016

भारत दर्शनीय स्थल

भारत देश में दर्शनीय स्थलों की कोई कमी नहीं है, अगर हम दिल्ली से शुरू करे तो दिल्ली में ही हमे बहुत सारी दर्शनीय इमारते और सांस्कृतिक धरोहर मिल जाएगी जिनमे से सबसे पहले शुरू करते है  क़ुतुब मीनार से, इसका निर्माण सबसे पहले क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने  करबाया था पर वो एक दिन पोलो खेलते हुए मर गया और बची हुयी मीनार का निर्माण उसके उत्तराधिकारी ने करबाया था, इसके बाद हुमायु का मकबरा, लाल किला, जामा मस्जिद, कमल मंदिर और भी कई मंदिर है जिम इश्कन मंदिर, बिड़ला मंदिर  इत्यादि है. ये अब दिल्ली के दर्शनीय स्थल है।

अब हम दिल्ली से थोड़ा निकल कर अगर आगरा आ जाये तो यहाँ भी हमको ताज महल और लाल किला मिलेगा, पर दिल्ली के और यहाँ के लाल किले में जो फर्क है वो ये है की यहाँ का लाल किला अकबर ने बनवाया है और दिल्ली का शाहजहां ने, इसके बाद फतेहपुर सीकरी का बुलंद दरवाजा नही अनूठा है, ये उत्तर प्रदेश के दर्शनीय स्थल है।

अब थोड़ा राजस्थान की तरफ चलते है, तो यहाँ पर भी हमे हवा महल,  जल महल, आमेर का किला, आमेर का महल, भानगढ़ की हवेली, रणथंभोर के महल और किले, बहुत सरे वन्य जीव अभ्यारण्य इत्यादि है, राजस्थान में कई नगर ही ऐसे है जिनको देखने का अलग आनंद है, इनमे जयपुर उदयपुर जोधपुर अलवर आमेर अजमेर भरतपुर इत्यादि प्रमुख है, ये सब तो थे राजस्थान के दर्शनीय स्थल

सब थोड़ा मध्यप्रदेश की तरफ चलते है, मध्यप्रदेश में शुरू करते है ग्वालियर से यहाँ पर किला है, जो मानसिंह का किला कहा जाता है, गुजरी महल है, सूर्य मंदिर है, सिंधिया महल है, और भी कई दर्शनीय स्थल है, इसके बाद हम भोपाल चलते है जहां पर वो सबसे बड़ा तालाब है या कहो की ताल है जिसके कारन इस नगर को भोपाल कहते है, इसके अलाबा जवलपुर है, मंदसौर है जहां की कहानी अभी हाल की फिल्म बाहुबली में दिखाई  थी. ये तो थे मध्यप्रदेश के दर्शनीय स्थल

अब थोड़ा पहाड़ी क्षेत्र में भी चलते है, मतलब उत्तरांचल, उत्तरांचल को राजनितिक कारणों से त्तराखंड कहते है पर उत्तरांचल कहते है पुरे शरीर में एक अजीब सी ठंडक आ जाती है, यहाँ प्रमुख दार्नीय जिले है नैनीताल, हरिद्वार, ऋषिकेश रानीखेत, मंसूरी इत्यादि, हरिद्वार और ऋषिकेश की गंगा आरती का एक अलग ही महत्त्व है, प्रतिदिन लाखो लोग यहाँ पर दर्शनों के लिए आते है, ये सब उत्तराखण्ड के दर्शनीय स्थल है। 

No comments:

Post a Comment